दिसंबर 2020 के महीने में ग्रॉस GST राजस्व 1,15,174 करोड़ रहा. जिसमें CGST -21,365 करोड़, SGST, 27,804 करोड़, IGST- 57,426 करोड़ (माल के आयात पर एकत्र 27,050 करोड़ सहित) और सेस - 8,579 करोड़ (माल के आयात पर एकत्र 971 करोड़) रहा. दिसंबर में साल 2020 का सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन रहा और यह पहली बार है कि यह 1.15 लाख करोड़ को पार कर गया है. अप्रैल 2019 के महीने में अब तक का अधिक जीएसटी संग्रह 1,13,866 करोड़ था.
वित्त मंत्रालय ने कहा कि अप्रैल का राजस्व सामान्य रूप से अधिक होता है क्योंकि वे मार्च के रिटर्न से संबंधित होते हैं, जो आखिरी वित्तीय वर्ष होता है. वित्त मंत्रालय ने बढ़ते जीएसटी संग्रह के लिए हाल ही में शुरू किए गए कई बदलावों के साथ जीएसटी चोरी और नकली बिलों के खिलाफ तेजी हुई कार्रवाई जिम्मेदार ठहराया है.
आज से GST Sales Returns के नियमों में बदलाव हो रहा है. 5 करोड़ से ज्यादा का टर्नओवर करने वाले कारोबार को अभी 12 बार तक GST देना होता है. अब उन्हें साल में 4 बार GST सेल रिटर्न भरना होगा. मासिक भुगतान स्कीम के साथ रिटर्न फाइल करने की इस तिमाही स्कीम से लगभग 94 लाख करदाताओं पर असर पड़ने का अनुमान है. आज से छोटे व्यापारियों को साल में सिर्फ आठ वार रिटर्न फाइल करना होगा.
भारत में सोने और चांदी दोनों ने 2020 में मजबूत लाभ अर्जित किया है. इस साल अब तक सोना लगभग 27 फीसदी बढ़ा है, जबकि साल भर में चांदी 50 फीसदी बढ़ी है. अगस्त में सोना 56,200 के अपने उच्च स्तर को छू गया. इसी तरह चांदी भी उसी महीने लगभग 80,000 प्रति किलोग्राम को छू गई थी.
वर्तमान में एमसीएक्स पर सोने के वायदा की कीमत 50,180 और चांदी की कीमत 68,224 है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि 2021 में सोने की कीमतों में तेजी का रुख 65,000 की ओर रहेगा. उम्मीद है कि 2021 में भी चांदी में तेजी का रुख रहेगा, जो 90,000 की ओर बढ़ सकती है.
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