राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं जिनके खिलाफ एक ही कार्यकाल में दो बार महाभियोग प्रस्ताव पारित किया गय है. गौरतलब है कि अमेरिकी संसद के निचले सदन हॉउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने ट्रप पर 'विद्रोह को भड़काने' का आरोप लगाया है.
वॉशिंगटनः 20 जनवरी को जो बाइडन अमेरिका के नए राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. वहीं खबरें हैं कि उसी दिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी महाभियोग का ट्रायल शुरू हो सकता है. ट्रायल टाइमलाइन और शेड्यूल काफी हद तक सीनेट प्रक्रियाओं द्वारा निर्धारित किया जाता है और जैसे ही सदन महाभियोग के लेख को वितरित करेगा, यह शुरू हो जाएगा. इसका मतलब ये हो सकता है कि ट्रायल इनॉगुरेशन डे पर दोपहर 1 बजे शुरू होगा. कैपिटल में समारोह दोपहर में ही शुरू होता है.
टंप के खिलाफ एक ही कार्यकाल में दो बार महाभियोग प्रस्ताव पारित
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं जिनके खिलाफ एक ही कार्यकाल में दो बार महाभियोग प्रस्ताव पारित किया गय है. गौरतलब है कि अमेरिकी संसद के निचले सदन हॉउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने ट्रंप पर 'विद्रोह को भड़काने' का आरोप लगाया है. दरअसल 6 जनवरी को कैपिटल हिल में उस समय ट्रंप के समर्थकों ने धावा बोल दिया था जब वहां इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती चल रही थी. इसी काउंटिंग के बाद नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन को जीत का प्रमाणपत्र सौंपा जाना था लेकिन ट्रंप समर्थकों के द्वारा की गई हिंसा की वजह से वोटों की गिनती भी बाधित हो गई थी.
वरिष्ठ डेमोक्रेट का आर्टिकल को कुछ समय वापस रखने का है प्रस्ताव
वहीं हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह महाभियोग के आर्टिकल को प्रसारित करने के लिए अगला कदम कब उठाएंगी. हालांकि कुछ वरिष्ठ डेमोक्रेट ने अपने नए प्रशासन की प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए बाइडन और कांग्रेस को समय देने के लिए आर्टिकल को वापस रखने का प्रस्ताव दिया है.वहीं बाइडन ने कहा है कि सीनेट को अपना समय विभाजित करने या दोनों करने में सक्षम होना चाहिए.
ट्रंप के राजनीतिक भविष्य का फैसला ऊपरी सदन के हाथों में
बहरहाल अब डोनाल्ड ट्रंप के राजनीतिक भविष्य का सारा फैसला ऊपरी सदन यानी सीनेट के हाथों में है. यहां अब ट्रंप पर आरोप तय करने के लिए ट्रायल चलाया जाएगा. बता दें कि ट्रंप को दोषी साबित करने के लिए दो तिहाई बहुमत की जरूरत होगी. ऐसे में रिपब्लिकन पार्टी के बहुमत वाली सीनेट में रिपब्लिकन नेताओं को भी ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के फेवर में वोट देना होगा. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल को पूरा होने में कुछ ही दिन बचे हुए हैं.
No comments:
Post a Comment